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हृदय योजना क्या है – Hriday Yojana kya hai
NATIONAL HERITAGE CITY DEVELOPMENT AND AUGMENTATION YOJANA या हृदय योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा 21 जनवरी 2015 को की गई |
हृदय योजना पुराने शहर सिटी गांव के आधुनिक विकास वृद्धि के लिए बनाई गई है ताकि पुराने शहर जो प्राचीनता की विशेषता के कारण प्रसिद्ध है |
उन्हें स्मार्ट तरीके से विकास करना ऐसे शहरो मे डेवलपमेंट के साथ-साथ स्वच्छता को बढ़ावा देकर शहरो को पर्यटन की दृष्टि से बनाना एवं दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोग आकर इस पर्यटन स्थल का आनंद ले सकें | इससे शहरों के विकास के साथ-साथ रोजगार भी बढ़ेगा |
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Hriday Yojana 2022
योजना | हृदय योजना |
कब शुरू हुई | 21 जनवरी 2015 |
कब तक चली | 31 मार्च 2019 |
योजना का उद्देश्य | शहरी नियोजन |
किसने शुरू किया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
किस मंत्रालय के अंतर्गत | आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा |
Yojana Full Form | NATIONAL HERITAGE CITY DEVELOPMENT AND AUGMENTATION YOJANA |
हृदय योजना के तहत शहरों की लिस्ट :
Hriday Scheme के तहत पहले चरण में देश के 12 शहरों को ही चुना गया है जो इस प्रकार है
अमरावती, अमृतसर, अजमेर, गया, द्वारका, बदामी, कांचीपुरम, मथुरा, पूरी, वाराणसी, वेलांकन्नी तथा वारंगल |
यह सभी देश के वे धार्मिक स्थल हैं | जिन्हें पहले चरण में विकास के लिए चुना गया | यह सभी शहर पहले से ही काफी प्रचलित है लेकिन विकास इंफ्रास्ट्रक्चरऔर डेवलपमेंट की दृष्टि से पीछे रहने के कारण यहां पर्यटको का आना पहले से बहुत कम हो गया है |
इसी कारण सरकार ने इस Hriday Yojna के माध्यम से इन पर्यटन शहरों को पूरी तरह डेवलप करना चाहती है ताकि यहां पहले से कहीं अधिक संख्या में पर्यटक यहां घूमने आए |
इससे देश के साथ-साथ उस शहर का भी विकास होगा वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे | इस स्कीम के तहत चुने गए शहरो में वहां के घाटों मंदिर रोड पब्लिक ट्रांसपोर्ट होटल शौचालय की सुविधा के अलावा नागरिक विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

हृदय योजना का मुख्य उद्देश्य :
राष्ट्रीय विरासत शहर एवं विकास विभाग “हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड अगरमेनटेशन योजना” | Hriday Scheme के लिए केंद्र सरकार मुख्य फोकस इस बात पर है पुराने शहर और इसके विकास एवं रखरखाव को बेहतर तरीके के माध्यम से पर्यटक की दृष्टि से काफी आकर्षण एवं आवागमन की सुविधा अनुसार उनका आगे का कार्य हो इसलिए भारत सरकार देश के कुछ शहरों को विशेष सुविधा प्रदान कर पुराने विरासत स्थलों को फिर से आकर्षण का केंद्र बनाना चाहती है |
सरकार द्वारा इस Hriday Yojana के अंतर्गत शहरों के विकास एवं शहरीकरण को बढ़ावा मिलेगा तथा शहर की प्रमुख जरूरतों का तथा संसाधनों को इस योजना द्वारा पूर्ण किया जाएगा केंद्र सरकार द्वारा इस योजना पर ₹500 खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है।
Hriday Scheme Cities List :
शहर का नाम | शहर के लिए आवंटित राशि |
अजमेर (राजस्थान) | 40.05cr |
अमरावती (आंध्र प्रदेश ) | 22.50cr |
अमृतसर (पंजाब) | 69.30cr |
गया (बिहार) | 40.06 cr |
द्वारका( गुजरात) | 22.66 cr |
बदामी( कर्नाटक) | 22.26cr |
मथुरा( उत्तर प्रदेश) | 40.00cr |
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) | 89.31cr |
कांचीपुरम( तमिल नाडु) | 23.01cr |
पुरी (उड़ीसा) | 22.50cr |
वेलांकन्नी (तमिल नाडु) | 22.89cr |
वारंगल (तेलंगाना ) | 40.50cr |
वेल्लोर( तमिल नाडु) | 19.17cr |
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हृदय योजना की इनकी विशेषता और लाभ :
- NATIONAL HERITAGE CITY DEVELOPMENT AND AUGMENTATION YOJANA की मुख्य विशेषता है की इसके तहत चुने गए देश के प्रमुख धार्मिक शहरो को विश्व स्तर पर पर्यटन का केंद्र बनाया जाए |
- इन प्राचीन शहरों की प्रसिद्धि हर साल अनेको को पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है और संभवत संभावना है कि शहरों को विकसित हो जाने पर इसका अनावरण बढ़ेगा जिससे पर्यटन में बहुत फायदा मिलेगा |
- Hriday Scheme के तहत इन शहरों का तो विकास होगा ही पर्यटको को भी काफी फायदा होगा |
इसके साथ-साथ वहां रहने वाले स्थायी लोगों को भी अच्छे शहर मिलेंगे एवं रोजगार भी उत्पन्न होंगे | - इस योजना के तहत विकसित होने के बाद यहां के लोगों में काफी बदलाव आएगा | रहन-सहन के अलावा पुरानी आदतों को छोड़कर नए परिवेश में प्रवेश करेंगे |
- Hriday Yojana के सफलतापूर्वक कार्य पूर्ति होने पर भारत में ज्यादा पर्यटक आने से देश का पर्यटन सिस्टम काफी मजबूत होगा तथा इसके साथ ही देश की आर्थिक व्यवस्था को भी तेजी से मिलेगी |
हृदय योजना के लिए पैसा रिलीज एवं कार्य :
Hriday Scheme के तहत 2018 में सरकार ने 421.27 करोड का बजट पास किया था | जिसमें से 241.26 करोड रिलीज हो चुके हैं शुरू में जब यह योजना को शुरू किया तो इस योजना का कुल बजट 500 करोड़ रखा गया |
सरकार द्वारा शहरों के हिसाब से राशि का आवंटन शहर की आबादी एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से रखा गया है | इसमें से सबसे ज्यादा रांशि वाराणसी शहर को आवंटित की गई है क्योंकि वाराणसी एक बहुत बड़ा धार्मिक शहर है इन सभी 12 शहरो में से सबसे अधिक प्रचलित एवं फेमस भी वाराणसी ही है |
वाराणसी शहर में हर साल सबसे अधिक लोग आते हैं देश के अलग-अलग राज्यो से एवं विदेशों से भी ज्यादातर लोग वाराणसी भ्रमण करने के लिए आते हैं |
वाराणसी में लोग गंगा दर्शन करके गंगा जी की आरती करने आते हैं यहां आस-पास और बहुत सारे धार्मिक स्थल हैं जैसे काशी विश्वनाथ जी का विशाल मंदिर जहां सावन का मेला भी लगता है |
Hriday Yojana 2022 (FAQ)
Q : हृदय योजना किस मंत्रालय के अंतर्गत आता है ?
Ans : आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत इस योजना की शुरुआत की गई |
Q : हृदय योजना के लिए कितनी राशि आवंटित की गई ?
Ans : हृदय योजना के क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार के द्वारा कुल 500 करोड़ रुपये आवंटित करके योजना बनाई गई थी |
Q : हृदय योजना के फायदे ?
Ans : हृदय योजना के अंतर्गत देश के पुराने विरासत धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों के आसपास के क्षेत्रों जिन भी शहर का चयन हुआ है, उसके आसपास के गांव शहर का विकास होगा जल आपूर्ति, स्वच्छता, जल निकासी, आने जाने का सरल मार्ग, स्ट्रीट लाइट, बिजली की व्यवस्था, पर्यटक सुविधाएं, मंदिर, रोड, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, होटल, शौचालय की संपूर्ण व्यवस्था उपलब्ध करना इससे कई प्रकार के रोजगार भी सृजन होंगे |
Q : Hriday Yojana का फुल फॉर्म (Full Form)
Ans : NATIONAL HERITAGE CITY DEVELOPMENT AND AUGMENTATION YOJANA
Q : हृदय योजना किस संबंधित है ?
Ans : इस योजना देश के विरासत से संबंधित है इस योजना के अंतर्गत देश के विरासत स्थलों के एकीकृत, समावेशी को बढ़ावा देकर पुराने स्मारकों के देखभाल रख रखाव पर फोकस करके संपूर्ण परिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने की योजना है |
Q : हृदय योजना कब शुरू की गई थी ?
Ans : हृदय योजना यानी राष्ट्रीय विरासत शहर विकास और वृद्धि योजना इसकी शुरुआत 21 जनवरी 2015 को केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था | ह्दय योजना की अवधि चार साल की थी और यह कार्यकाल 31 मार्च 2019 को पूरा किया हो गया |